सिद्धवट मंदिर
भैरों मंदिर में दर्शनों के बाद नंदू हमें सीधा सिद्धवट ले गया। सिद्धवट महाकालेश्वर मंदिर से 9 किलोमीटर की दुरी पर है और सबसे दूर पड़ता है। यह स्थान भी शिप्रा जी के तट पट है। यहाँ काफी सुन्दर पक्के घाट बने हुए हैं। मंदिर से दायीं तरफ थोड़ी दूर एक छोटा सा डैम बना हुआ है जहाँ से शिप्रा जी में पानी गिरता हुआ दिखाई दे रहा था यानी की शिप्रा जी में पानी का प्रवाह है। यहाँ भी एक दीपस्तंभ बना हुआ है।
सिद्धवट मंदिर |