धर्मशाला - मैक्लोडगंज
बैजनाथ
मंदिर में पुनः दर्शन के बाद हम लोग नाश्ते की तलाश में मार्किट
की तरफ़ गए लेकिन अभी तक यहाँ की मार्किट नही खुली थी इसलिए यहाँ से बिना नाश्ता
किये ही धर्मशाला की तरफ चल दिये । धर्मशाला के लिए हमें पालमपुर होते हुए चामुंडा
देवी तक जाना था जहाँ से धर्मशाला का रास्ता अलग हो जाता है । यानि कल रात हम जिस
रास्ते से आये थे उसी रास्ते से हमें चामुंडा देवी तक वापिस जाकर , वहां से कांगड़ा जाने वाले मार्ग को छोड़ कर धर्मशाला
जाने वाली सड़क पर जाना था । बैजनाथ से चामुंडा देवी की दूरी 22 किलोमीटर है और सारा
रास्ता पहाड़ी ही है। इस पूरे रास्ते मे धौलाधार के शानदार नज़ारे देखने को मिलते
हैं । मशहूर हिल स्टेशन पालमपुर लगभग मध्य में पड़ता है। पालमपुर अपने चाय के
बागानों के लिए मशहूर है । पालमपुर में हम सबने एक चाय के बागान से हरी पत्तियों
की चाय खरीदी ।